।।जय श्री महाकाल।।
भारतीय शास्त्रों में उज्जैन की महिमा सदैव से विशिष्ट रही है, ऐसा माना जाता है की जब तीर्थो के अनुसार पुण्य फलो का विभाजन हो रहा था उज्जैन को टिल भर ज्यादा पुण्य ज्यादा दिया गया क्युकी यह महाकाल की नगरी है, ऐसी मान्यता है की यहाँ पर भगवान शिव स्वयं महाकाल के रूप में विराजमान होकर अपने भक्तो का हर प्रकार कष्ट हरते है और उनका मंगल करते है, काल सर्प दोष या योग जिस किसी भी कुंडली में हो वह भयहीन होकर महाकाल की नगरी में अगर महाकालेश्वर के किसी भी विद्वान ब्राह्मण या पंडित से सम्पर्क करके काल सर्प योग निवारण पूजा करवा सकता है, साथ ही यहाँ पर मंगल नाथ जी का मंदिर भी है जिसमे उन लोगो के लिए मंगल भात पूजा या मंगल दोष निवारण पूजा होती है जिनके विवाह में समस्या आती है या वैवाहिक जीवन में समस्या आती है, उज्जैनी में क्षिप्रा तट पितृमोक्ष घाट रामघाट पर पितृओ का तर्पण, पिण्डदान करने से उन्हें मुक्ति मिलती हे नारायण बलि करने से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए प्रेतों को मुक्ति मिलती हे एवं घर की आशातृष्णा निवारण होती हे स्पस्ट शब्दों में कहे तो समस्त प्रकार के कष्टों से मुक्ति और जीवन में मंगल के लिए उज्जनिन सर्वश्रेष्ठ तीर्थस्थल है।
भारतीय शास्त्रों में उज्जैन की महिमा सदैव से विशिष्ट रही है, ऐसा माना जाता है की जब तीर्थो के अनुसार पुण्य फलो का विभाजन हो रहा था उज्जैन को टिल भर ज्यादा पुण्य ज्यादा दिया गया क्युकी यह महाकाल की नगरी है, ऐसी मान्यता है की यहाँ पर भगवान शिव स्वयं महाकाल के रूप में विराजमान होकर अपने भक्तो का हर प्रकार कष्ट हरते है और उनका मंगल करते है, काल सर्प दोष या योग जिस किसी भी कुंडली में हो वह भयहीन होकर महाकाल की नगरी में अगर महाकालेश्वर के किसी भी विद्वान ब्राह्मण या पंडित से सम्पर्क करके काल सर्प योग निवारण पूजा करवा सकता है, साथ ही यहाँ पर मंगल नाथ जी का मंदिर भी है जिसमे उन लोगो के लिए मंगल भात पूजा या मंगल दोष निवारण पूजा होती है जिनके विवाह में समस्या आती है या वैवाहिक जीवन में समस्या आती है, उज्जैनी में क्षिप्रा तट पितृमोक्ष घाट रामघाट पर पितृओ का तर्पण, पिण्डदान करने से उन्हें मुक्ति मिलती हे नारायण बलि करने से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए प्रेतों को मुक्ति मिलती हे एवं घर की आशातृष्णा निवारण होती हे स्पस्ट शब्दों में कहे तो समस्त प्रकार के कष्टों से मुक्ति और जीवन में मंगल के लिए उज्जनिन सर्वश्रेष्ठ तीर्थस्थल है।